Monday 17 August 2015

.‎ है की नही साहब

 यूपी के मीरजापुर जिले में पुलिस कार्यवाही स्थल के अच्छे दिन आ गये...तभी तो नगर के देहात कोतवाली क्षेत्र के भरूहना चौराहे के पास एक ऐसा पुलिसिया कार्यवाही स्थल बनाया गया है......समझ नही आता की पुलिस बूथ है.....पुलिस चौकी है या पुलिस थाना.....दरअसल ये इसलिए की बूथ है तो आस पास के बूथ देख ले.......ये शानदार और बड़ा बना है........तो चौकी....... पर चौकी है तो चौकी प्रभारी की तैनाती होनी चाहिए और चौकी के बाहर उसका नाम.....पर नाम लिखा है थाना प्रभारी सॉरी कोतवाली प्रभारी का नाम......भौकाल टाइट है। हा एक बात और की जहा पर यह पुलिस कार्यवाही स्थल बना है वहा पर साल भर पहले कोतवाल ने गरीब गुमटी वालो को हटाकर कहा था की यहा दुबारा अतिक्रमण हो तो मेरे नाम का कुत्ता पाल ले.....अब कोई इन्हें याद दिला दे........कुत्ता हमारे घर है नही आएगा तो सोचेंगे .....आम इन्सान को हर काम के लिए परमिशन लेना होता है पर पुलिस ने बिना पमिशन के ये सब बनाया है.....आप बताइए गलत है या सही .......है की नहीं साहब।
नोट - एसपी साहब का हर बात ऐसा कहना होता है।  है कि नही तो इसलिए कहा मैंने की है की नहीं साहब 

No comments:

Post a Comment