Saturday, 30 May 2020

हम है पत्रकार




आज पत्रकारिता दिवस है तो कवि डा कुमार विश्वास जी के हम है देशी कविता के तर्ज पर मेरी कविता। 

हम है पत्रकार, हम है पत्रकार
हम है पत्रकार हां मगर खबरो में आते नहीं।

पत्रकारिता के हम परिंदे, खबरे है हद हमारी,
जानते है हुक्मरान, जिद हमारी जद हमारी।

 हम वही जिसने खबरो से मजलूमो का हाथ थामा,
 हम वही जिनके लिए दिन रात की उपजी न बाधा।
 हम की जो लेखनी वाले को मानकर सम्‍मान देते,
 हम की जो खबरो में खबर को है पहचान लेते।

हम है पत्रकार, हम है पत्रकार
हम है पत्रकार हां मगर, दलाल यहां भी छाये हुए है।

 उन पत्रकारो का क्या करे, जो  लेखनी वाले नहीं,
 ऐसे पत्रकारो के लिए क्या पत्रकारिता दिवस है सही।

राजनैतिक दलो का बैनर ले राष्‍ट्रवादी बन जाते है ये,
फिर भी खुद काे पत्रकार कहलाते है ये।
दिन भर खटते न्यूज बटोरते, उनका हक मार जाते है ये,
सवाल ये कि आखिर पत्रकार क्यों कहलाते है ये।

#हिंदी_पत्रकारिता_दिवस_2020

4 comments:

  1. वाह भईया
    हिंदी पत्रकारिता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

    ReplyDelete
    Replies
    1. धन्यवाद,नाम तो बता दीजिए कौन है आप।

      Delete
  2. वाह क्या बात ।।।।मज़ा आ गया।
    हिंदी पत्रकारिता की आकाश भर बधाई।
    एक बात बोलना चाहुगा।आज के दौर में
    पत्रकार कोई भी हो सकता है लेकिन पत्रकार व पत्रकारिता को जीना बहूत कम लोग करते हैं
    औऱ मैं फ़क्र से कह सकता हूं कि तुमने पत्रकार व पत्रकारिता दोनों को जिया है।
    बस आगे बढ़ते रहे।

    ReplyDelete
    Replies
    1. आपका धन्यवाद मित्र

      Delete