प्रिय सचिन,
इन दिनो आप खुब चर्चा में है तो सोचा आपको पत्र लिखु। खत लिखने से पहले ये बता दूं कि आपका पहला प्यार और मेरा पहला प्यार क्रिकेट एक ही है। शायद उसके प्रेरणा स्त्रोत आप ही रहे। आपने अपने प्यार को इंटरनेशनल लेवल तक जीया, पर मेरा प्यार मुहल्ले व जिले तक ही सिमित रहा। शायद इसी का परिणाम है कि आपको भारत रत्न मिल रहा है और मुझे बाबा जी का टूल्लू। आपका प्यार एक जुनून बन गया और मेरा प्यार शौक बनकर रह गया। आप प्यार पर अडिग रहे इसलिए कामयाब रहे। मैने शायद अपना प्यार बदल लिया या शायद वही बेवफा निकल गयी। पहला प्यार भुल नहीं सकते तो आपके संयास से याद फिर ताजा हो गयी। एक बात और कि आपके प्यार के लिए किसी ने कुबार्नी दी पर अपुन को तो खुद प्यार के लिए कुर्बान कर दिया गया। पर पहले प्यार का शौक अभी भी है, बस जज्बे को पंख देने वाला कोई नहीं मिला सो प्यार शौक बनकर रह गया। आपका प्यार परवान चढ़ा तो भारत रत्न बनकर मिल गया।
नोट-ये पहला पत्र था आपको, पर अब जब आपको भारत रत्न देने के ऐलान के बाद जो जंग छिड़ी है और मैं जिस पेशे से जुड़ा हुं। उसके लिए दुसरा पत्र भी जल्द लिखुंगा।
आपका
कामन फर्स्ट लव वाला प्रशंसक